चला जा रहा हूँ , चला जा रहा हूँ | उँचे पहाड़ों पे , उठता हुआ मैं | चला जा रहा हूँ , चला जा रहा हूँ | नीचे है घाटी या कोई समुंदर | गहराई में गिरता , चला जा रहा हूँ | चला जा रहा हूँ , चला जा रहा हूँ | वो कानन, कुसुम और कोमल से नभचर | वो उँची उड़ाने , चला जा रहा हूँ | वो नाचते निर्झर , वो नीर निरंतर | कल-कल का गुंजन , चला जा रहा हूँ | हरी सी वो चादर जो खुद मे लपेटे | वो भूरा सा भूदर, चला जा रहा हूँ | वो स्वेत सा ओढन, जो लगता है अंबर | मेघों मे भीगता मैं, चला जा रहा हूँ | हैं साथी जो पथ मे वो साथ समान्तर | कर में मैं कर कर , चला जा रहा हूँ | चला जा रहा हूँ , चला जा रहा हूँ | उँचे पहाड़ों पे , उठता हुआ मैं | चला जा रहा हूँ , चला जा रहा हूँ |
This Priest is an Atheist